November 30, 2024

पहल टुडे

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क्या जिंदगी है ठोकरों पे मार दो… गाने पर बनाई रील फिर स्टेट लेवल कबड्डी खिलाड़ी फंदे से झूला कानपुर कानपुर में पनकी में स्टेट लेवल कबड्डी खिलाड़ी विक्रांत उपाध्याय (25) ने छह घंटे पहले एक फिल्म के गाने ”क्या जिंदगी है ठोकरों पे मार दो, मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यों डरें…ये जाके आसमान में दहाड़ दो” पर इंस्टाग्राम रील बनाने के बाद शनिवार देर रात फंदे से झूल गया। हालांकि, खिलाड़ी के खुदकुशी करने के पीछे का कारण परिजन व पुलिस स्पष्ट नहीं कर सकी है। गणेश विद्यार्थीनगर, एफ ब्लॉक निवासी विक्रांत उपाध्याय की वर्ष 2017 में विद्युुत परिषद इंटर कॉलेज की टॉपर टीम थे। इनकी टीम कानपुर में टॉपर थी। बड़े भाई विकास ने बताया कि उसने राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में भी भाग लिया। वर्ष 2021 में कानपुर मंडल की कबड्डी प्रतियोगिता में भी उसका चयन हुआ था। इसके साथ ही वह अरमापुर के जीके ग्राउंड में खिलाड़ियों को कबड्डी सिखाता था। उसने कल्याणपुर में आइसक्रीम पार्लर भी खोला था। शनिवार को वह दोस्तों के साथ गंगा बैराज गया था। शाम को घर आकर उसने एक फिल्मी गाने पर रील बनाकर इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया। शाम को सभी ने खाना खाया और सोने चले गए। देर रात करीब दो बजे आंख खुली तो विक्रांत के कमरे का दरवाजा खुला था। उसका शव पंखे के कुंडे से बंधी चादर से बने फंदे पर लटकता पाया। वह तीन भाइयों विकास व विशाल में मझला था। पिता ओंकारनाथ की दो साल पहले मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई थी। मां रेनू का रो-रोकर बुरा हाल रहा। हालांकि, परिजन खुदकुशी के पीछे का कोई कारण नहीं बता सके। पनकी थाना प्रभारी रत्नेश कुमार सिंह ने बताया कि खुदकुशी
 जलकल विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 20 लाख हड़पे, मुकदमा दर्ज कानपुर कानपुर के चकेरी में एक युवक और उसके फुफेरे भाई, भाभी और बहनोई की आगरा के जलकल विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर बीस लाख की ठगी हो गई। इसका खुलासा तब हुआ जब पीड़ित फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर आगरा पहुंचा। रुपये वापस मांगने पर उसे धमकी दी। पीड़ित ने चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मंगला विहार के जवाहरपुरम निवासी अंशु कुमार सविता के अनुसार वह प्राइवेट नौकरी करते हैं। करीब डेढ़ साल पहले उनकी सोशल मीडिया के माध्यम से बालूगंज आगरा निवासी हर्षित शर्मा से जान पहचान हुई। आरोपी ने अंशू ने खुद को आगरा के जलकल विभाग के आडिट सेक्शन में कार्यरत बताया। उसने नौकरी लगवा लगवाने का झांसा दिया। अंशु ने आरोपी से अपने फुफेरे भाई निखिल, बहनोई और भाभी की नौकरी लगवाने की बात कही। हर्षित ने सभी की नौकरी लगवाने के लिए बीस लाख ले लिए। कुछ माह पहले आरोपी ने अंशु को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया। जब वह आगरा पहुंचा तो ठगी का एहसास हुआ। रुपये मांगने पर धमकी देने लगा। प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
राजनीतिक लड़ाई मुश्किल नजर आती है विपक्षी दलों की पटना में हुई बैठक को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आजकल बार-बार एक शब्द आता है- गारंटी। ये सारे विपक्षी दल भ्रष्टाचार की गारंटी हैं। ये गारंटी हैं लाखों-करोड़ रुपयों के घोटालों की। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले इनका एक फोटो ऑप कार्यक्रम हुआ। उस फोटो में जो लोग हैं उन सब का मिल कर टोटल करेंगे तो ये सारे मिल कर कम से कम 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले की गारंटी हैं। मोदी ने बगैर किसी ठोस कार्यक्रम के समाप्त हुई विपक्षी दलों की बैठक पर प्रहार करते हुए कहा कि अकेले कांग्रेस का ही लाखों करोड़ों का घोटाला है। इन पार्टियों के पास घोटालों का ही अनुभव है और इसीलिए इनकी अगर कोई गारंटी है तो वो है- घोटालों की गारंटी। अगर उनकी घोटाले की गारंटी है, तो मोदी की भी एक गारंटी है, हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की गारंटी। आश्चर्य की बात यह है कि केंद्र सरकार के खिलाफ ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाने वाले विपक्षी दलों में से किसी ने भी प्रधानमंत्री के आरोपों का खंडन तक नहीं किया। विपक्षी दल ईडी की कार्रवाई के विरोध में सुप्रीम कोर्ट से पहले ही मात खा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने ईडी की कार्रवाई के मामले में दखल देने से इंकार कर दिया था।
आंख की लाइलाज बीमारियों में फूटी रोशनी की किरण, स्टेम सेल थेरेपी से ठीक होने लगे रोगी कानपुर जीएसवीएम की बड़ी उपलब्धि: आंख के पर्दे की दो लाइलाज बीमारियों के रोगी स्टेम सेल थेरेपी से ठीक होने लगे हैं। थेरेपी से हेरिडो मैकुलर व ड्राई एएमडी के रोगियों की आंखों में रोशनी आ गई।   आंख के पर्दे (रेटिना) के अहम हिस्से मैकुला में खराबी आने के कारण लाइलाज अंधता के रोग में भी स्टेम सेल थेरेपी से रोशनी की किरण फूटी है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग में दो रोगियों पर किया गया इसका प्रयोग कामयाब रहा है। रोगियों की आंखों में रोशनी आने के संकेत मिले हैं। नेत्र रोग विभाग के प्रोफेसर डॉ. परवेज खान का...
127 छात्र–छात्राओं को मिली डिग्रियां, फरजान आदिल को मिला प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल कानपुर आईआईटी कानपुर के 56वें दीक्षांत समारोह में कुल 2127 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इंफोसिस चेयरमैन एनआर नारायण मूर्ति ने सीएसई विभाग से फरजान आदिल बायरामजी को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक दिया। इसके अलावा निदेशक स्वर्ण पदक (4-वर्षीय यूजी कार्यक्रम) सीएसई विभाग से अनन्या गुप्ता, निदेशक स्वर्ण पदक (5-वर्षीय यूजी कार्यक्रम) बीएसबीई विभाग से लक्ष्य रस्तोगी, एमएसई विभाग से नंदिता गुप्ता को रतन स्वरूप मेमोरियल पुरस्कार और ईई विभाग से विनीत वी को डॉ. शंकर दयाल शर्मा पदक दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईआईटी कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) के अध्यक्ष डॉ. राधाकृष्णन के कोप्पिलिल ने की।
मेडा में बिना चढ़ावे के नहीं खिसकती फाइल, मेरठ में शनिवार को पकड़ा गया मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) में भ्रष्टाचार का खेल पहला मामला नहीं हैं। इससे पहले भी कई अफसर भ्रष्टाचार में पकड़े गए हैं। यहां आलम यह है कि बिना चढ़ावे के फाइल आगे नहीं खिसकती। बाबुओं का खेल ऐसा है कि अगर किसी ने ऊंची पहुंच का रौब दिखाकर काम कराना चाहा तो बाबू फाइल को अलमारी में ऐसा दबा देते हैं कि ढूंढे नहीं मिलती। सूत्रों के मुताबिक अवैध उगाही और सेटिंग का खेल मेडा में शाम चार बजे के बाद शुरू होता है। इससे पहले 12 अगस्त 2017 में तत्कालीन कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार ने भ्रष्टाचार के मामले में मेडा के एक्सईएन, एई और जेई को अपने ऑफिस में बुलाकर जेल भेज दिया था। मामला सपा सरकार के समय में बनाए गए साइकिल ट्रैक पर तार बिछाने में हुए खेल का था। इसके अलावा गंगानगर योजना के 20 लाख रुपये से अधिक की आवंटियों से वसूली कर मेट डालचंद फरार हो गया था। तीन साल पहले तत्कालीन उपाध्यक्ष राजेश पांडेय ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शनिवार