सोलन
कालका-शिमला फोरलेन शुक्रवार को तीसरे दिन भी बंद रहा। शनिवार को बारिश नहीं हुई तो शाम तक छोटे वाहनों के लिए फोरलेन बहाल हो जाएगा। शुक्रवार को वैकल्पिक मार्गों पर जाम लमा रहा। इससे आवाजाही करने वाले लोगों का खर्च ज्यादा हो गया है। शुक्रवार को दूध, ब्रेड समेत अन्य जरूरी सामान की सप्लाई सोलन और शिमला नहीं पहुंची।
भारी बारिश के चलते चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे मंडी के पास एक घंटा बाधित रहा। बिलासपुर के बम्म गांव में पशुशाला जमींदोज होने से भैंस की मौत हो गई। मंडी जिला के सराज के छतरी में नाले में बाढ़ आने से दो कारे बह गईं। पेड़ गिरने से चार गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। हिमाचल में शनिवार और रविवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 7 अगस्त से बारिश से थोड़ी राहत मिलने का पूर्वानुमान है।
पहाड़ दरकने से बंद पड़े कालका-शिमला फोरलेन में अभी 30 फीसदी कार्य ही हुआ हैं। बारिश से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। पहाड़ी से आ रहा पानी भी मुसीबत बना हुआ है। उधर, मंडी जिला में बारिश का कहर जारी है। चंडीगढ़-मनाली एनएच छह मील के पास मलबा आने से सुबह साढ़े छह बजे से साढ़े सात बजे तक बाधित रहा। मंडी, सरकाघाट, बल्ह, सराज, नाचन और धर्मपुर में भारी बारिश से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है और मकानों को खतरा बन गया है।
इससे कई सड़कों पर आवाजाही बंद हो गई है। जिला कुल्लू के आनी व बंजार क्षेत्र में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। तीर्थन नदी के साथ क्षेत्र के नालों का जलस्तर बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने लोगों को बरसात के मौसम में नदी-नालों की तरफ न जाने की हिदायत दी है। राजधानी शिमला में दोपहर के समय बादल झमाझम बरसे। सुबह और शाम को मौसम साफ रहा। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी शुक्रवार को मौसम साफ बना रहा।