सोलन
कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 के ढहे हिस्से में लगातार भूस्खलन हो रहा है। ऐसे में अब यहां पर फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी के लिए काम करना भी चुनौती बन गया है। वहीं अब दत्यार की तरफ सड़क पर दरारें पड़नी शुरू हो गईं है। कुमारहट्टी से चक्कीमोड़ तक हाईवे पर केवल लोकल वाहन ही आवाजाही कर रहे हैं। जबकि लंबे रूट की बसें और ट्रकों को कुमारहट्टी से नाहन होकर चंडीगढ़ भेजा जा रहा है।
राहत कि बात है कि छोटी गाड़ियों से दैनिक उपभोग की वस्तुएं, दूध, ब्रेड अखबार प्रदेश में पहुंच गया है। लेकिन मुख्य हाईवे बंद रहने से काफी नुकसान हो गया है। गौर हो कि कि मंगलवार रात 2:45 बजे कालका शिमला नेशनल हाईवे पांच पर चक्कीमोड़ के समीप सड़क का 40 मीटर हिस्सा ढह गया था। इसके बाद बुधवार दोपदर 12:45 बजे पहाड़ी वाली लेन से मलबा हटाकर सड़क से कुछ हल्के वाहनों को ट्रायल के तौर पर निकाला गया।
लेकिन कुछ ही देर बाद यहां पर फिर भूस्खलन हो गया और सड़क बंद हो गई। इस सड़क को 3:00 बजे फिर छोटी गाड़ियों के लिए बहाल किया गया लेकिन चंद मिनटों के बाद मूसलाधार बारिश हो गई और 4:00 बजे सड़क का बचा हिस्सा भी ढह गया। जिससे अब यहां पर आवाजाही पूरी तरह ठप है। पुलिस की ओर से वैकल्पिक सड़कों से ट्रैफिक निकाला जा रहा है लेकिन इन सड़कों पर जाम की समस्या बन रही है।
पुलिस ने जारी किया रूट प्लान
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच के बंद होने के बाद जिला पुलिस सोलन ने रूट प्लान जारी किया है। वैकल्पिक सड़क का इस्तेमाल कर लोग गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। धर्मपुर-कसौली-परवाणू, कुमारहट्टी-नाहन, कुमारहट्टी-भोजनगर-नारायणी-परवाणू सड़क इसमें शामिल है। अधिकतर लोगों ने इसी सड़क का इस्तेमाल किया।
इसमें बसों को कुमारहट्टी से नाहन होते चंडीगढ़ भेजा गया। साथ ही छोटे वाहनों को कसौली-परवाणू और जोहड़जी परवाणू का विकल्प दिया गया। शिमला से चंडीगढ़ जाने के लिए जुब्बड़हट्टी-कुनिहार-नालागढ़-सिसवां रूट का इस्तेमान कर सकते है।