गोरखपुर
सावन का आधा माह गुजरने के बाद मंगलवार से मलमास शुरू हो गया। सावन में बारिश की फुहारों का इंतजार कर रहे लोगों को मायूसी मिली। अब वह मलमास में बारिश की आस लगाए हुए हैं। हालांकि मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़े पर गौर करें तो अभी दो-तीन बारिश के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं।
आधा जुलाई माह गुजरने के बाद भी मानसून का ट्रैक कमजोर बना हुआ है। इसका असर यह है कि लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं। सुबह से ही जेठ की गर्मी जैसा अहसास हो रहा है। मंगलवार को दिन में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27.1 डिग्री सेल्सियस रहने से दिन के साथ रात में भी लोग गर्मी से परेशान रहे।
सावन का आधा माह गुजरने के बाद मंगलवार से मलमास शुरू हो गया। सावन में बारिश की फुहारों का इंतजार कर रहे लोगों को मायूसी मिली। अब वह मलमास में बारिश की आस लगाए हुए हैं। हालांकि मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़े पर गौर करें तो अभी दो-तीन बारिश के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं।
हालांकि इस दौरान आंशिक बादल छाए रहने का अनुमान है। 21 जुलाई से मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। ऐसे में अभी दो दिन और लोगों को तीखी धूप के चलते गर्मी और उमस से परेशान होना पड़ेगा।जुलाई में होती है औसतन 353 मिलीमीटर बारिश
मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़े पर गौर करें तो जुलाई माह में औसतन 353.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसके सापेक्ष 18 जुलाई तक करीब 100 मिलीमीटर बारिश भी नहीं हुई है।