बहराइच। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबंध एकमात्र स्वायत्तशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कोई फीस वृद्धि नहीं की गई है। इस बार बाद में लिया जाना वाला परीक्षा शुल्क एक साथ जोड़ दिया गया है इसलिए प्रवेशार्थी छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है की फीस वृद्धि हुई है। इस बार प्रवेश लेने वाले छात्र छात्राओं को दोनों सेमेस्टर के दौरान किसी भी प्रकार का अन्य कोई भी शुल्क देय नहीं होगा।
यह जानकारी कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव मेजर डॉक्टर एसपी सिंह ने दी उन्होंने बताया कि इस सत्र में जिन्न प्रवेशार्थी छात्र-छात्राओं का प्रवेश लिया जा रहा है वह स्वायत्तशासी व्यवस्था के तहत है। उन्होंने बताया कि अब से पहले प्रवेश के दौरान ली जाने वाली फीस के बाद प्रत्येक सेमेस्टर की परीक्षा से पहले परीक्षा शुल्क के रूप में भी फीस ली जाती थी अब 2semester की परीक्षा शुल्क को भी इस बार प्रवेश के समय लिए जाने वाले शुल्क के साथ जोड़ दिया गया है इसलिए लोगों के बीच यह भ्रम फैलाया जा रहा है की किसान पीजी कॉलेज में प्रवेश के दौरान फीस में वृद्धि कर दी गई है जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है बल्कि यदि पूर्व की व्यवस्था से आकलन किया जाए तो छात्र छात्राओं को 2 सेमेस्टर पर होने वाले व्यय में कुछ राहत भी मिल रही है। जिन छात्र छात्राओं ने इस सत्र से पहले प्रवेश लिया है वह इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि प्रत्येक सेमेस्टर की परीक्षा से पहले उन्हें परीक्षा शुल्क भी देना होता था इस प्रकार 1 साल में वह दो बार परीक्षा शुल्क देते थे जो अब नहीं देना है बल्कि प्रवेश के समय की ली जाने वाली फीस के साथ उस परीक्षा शुल्क को भी जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को शिक्षण के साथ-साथ अन्य विशेष प्रकार की सुविधाएं भी दी जा रही हैं स्वास्थ्य परीक्षण के लिए हेल्थ सेल, रोजगार के लिए कैरियर काउंसलिंग सेल तथा अन्य विशेष सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही है जिससे छात्र छात्राएं शिक्षण के साथ-साथ अपने उज्जवल भविष्य का भी निर्धारण कर सकते हैं उन्होंने बताया कि स्वायत्तशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद अब किसान पीजी कॉलेज दुगने उत्साह के साथ छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए निरंतर तत्पर है इसके लिए सभी छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों का सहयोग भी अपेक्षित है भविष्य में महाविद्यालय प्रबंध समिति तथा प्रशासन के प्रयास से और भी नए-नए पाठ्यक्रम लाने का प्रयास कर रहा है जिसका सार्थक परिणाम शीघ्र ही सामने आएगा।